जैसा की आप सब जानते हैं छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है लेकिन यंहा मिलने वाले भाजिंयो bhaji के विविधाधता के कारण छत्तीसगढ़ को “भाजी का कटोरा” भी कहा जाता है, क्योंकि यहां विविध प्रकार की हरी-भरी भाजियों bhaji की भरमार है। यहां की पारंपरिक रसोई में भाजी bhaji का विशेष स्थान है, जो आज भी ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों द्वारा बड़े चाव से खाई जाती है। छत्तीसगढ़ की ये विशिष्ट भाजियाँ bhaji न केवल स्वादिष्ट होती हैं, बल्कि पोषण से भरपूर भी होती हैं। आइए जानते हैं, छत्तीसगढ़ की कुछ प्रमुख भाजियों के बारे में:
1. मुनगा भाजी: यह भाजी पोषक तत्वों से भरपूर होती है और स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक लाभकारी मानी जाती है।
2. लाल भाजी: इस भाजी का स्वाद बहुत ही अनोखा होता है, और इसे कई तरीकों से पकाया जा सकता है।
3. मुरई भाजी: यह भाजी अपने स्वाद और सेहतमंद गुणों के लिए प्रसिद्ध है।
4. जरी भाजी: यह भाजी कई पोषक तत्वों से भरी होती है और विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में लोकप्रिय है।
5. सरसों भाजी: सरसों की भाजी तो हर जगह प्रसिद्ध है, लेकिन छत्तीसगढ़ में इसका एक अलग ही स्वाद होता है।
6. बहारा भाजी: इस भाजी का स्वाद बहुत ही अनोखा होता है, और इसे विशेष पकवानों में उपयोग किया जाता है।
7. करेला भाजी: करेले की भाजी स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती है, और छत्तीसगढ़ में इसे बहुत पसंद किया जाता है।
8. पालक भाजी: यह भाजी विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होती है और इसे विविध रूपों में पकाया जा सकता है।
9. तीव्र भाजी: यह भाजी अपने तीखे स्वाद के लिए जानी जाती है, और इसे खाने से एक अलग ही अनुभव मिलता है।
10. बड़े भाजी: जिसे कुसुम खजूर भी कहा जाता है, यह भाजी विशेष रूप से स्वादिष्ट होती है।
11. कोई लाल भाजी: इस भाजी का रंग और स्वाद दोनों ही अद्वितीय होते हैं।
12. कर माटा भाजी: इस भाजी का स्वाद बेहद खास होता है, और इसे खास अवसरों पर तैयार किया जाता है।
13. सुनसुनिया भाजी: यह भाजी अपनी महक और स्वाद के लिए जानी जाती है।
14. भतुआ भाजी: इस भाजी का स्वाद बहुत ही मनभावन होता है।
15. मेथी भाजी: यह भाजी अपने औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है और स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होती है।
16. कांदा भजी: यह भाजी अपने खास स्वाद और पोषण के लिए मशहूर है।
17. कोई भाजी: इस भाजी का स्वाद हर किसी को पसंद आता है, और इसे बड़े ही चाव से खाया जाता है।
18. चेंज भाजी: इस भाजी के कई प्रकार होते हैं, जैसे सादा चेंज, लांचेज, छोटे चेंज और बड़े चेंज।
19. ऊंचाई भाजी: यह भाजी अपने नाम के अनुरूप ऊंचाई पर पाए जाने वाले पौधों से प्राप्त होती है।
20. खुद निभा जी: इस भाजी का स्वाद और महक विशेष होती है, जो इसे अन्य भाजियों से अलग बनाती है।
21. गोंदली भाजी: यह भाजी अपने अनोखे स्वाद के लिए प्रसिद्ध है।
22. खेड़ा बालाजी: इस भाजी का उपयोग खास अवसरों पर किया जाता है।
23. गुटबाजी: यह भाजी अपने स्वाद और सेहतमंद गुणों के लिए प्रसिद्ध है।
24. मुर्गी भाजी: जिसे गुड्डी भरी भी कहा जाता है, यह भाजी स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है।
25. चरोटा भाजी: इस भाजी का स्वाद और पोषण विशेष होता है।
26. बंदे भाजी: इस भाजी का स्वाद बहुत ही खास होता है, और इसे बड़े चाव से खाया जाता है।
27. कनाम भाजी: यह भाजी विशेष रूप से स्वादिष्ट होती है।
28. जनाब भाजी: यह भाजी अपने खास स्वाद के लिए जानी जाती है।
29. मास्टर भाजी: इस भाजी को गांव भाजी और पहला भौजी के नाम से भी जाना जाता है।
30. गजपुरना भाजी: इस भाजी के दो अन्य नाम हैं पथर्री भाजी और कप राधा जी।
31. प्रभारी डा: यह भाजी अपने खास स्वाद के लिए जानी जाती है।
32. मखना भाति: इस भाजी का स्वाद बहुत ही खास होता है।
33. नोनिया भाजी: जिसे गोल भाजी भी कहा जाता है, यह भाजी विशेष रूप से पसंद की जाती है।
34. मारी बाजी: जिसे पटवा जी भी कहा जाता है, यह भाजी अपने अनोखे स्वाद के लिए प्रसिद्ध है।
35. जनवरी भाजी: इस भाजी का स्वाद और पोषण विशेष होता है।
36. अंतिम भाजी: इसे अक्सर विशेष अवसरों पर परोसा जाता है।
छत्तीसगढ़ की इन 36 प्रकार की भाजियों के अलावा भी कई अन्य प्रकार की भाजियाँ हैं जैसे:
– संभाजी
– सीरियल भाजी
– बरबट्टी भाजी
– चौलाई भाजी
– कुंदरू भाजी
– मिर्ची भाजी
इसके साथ ही, कुछ पेड़-पौधों के फूलों को भी भाजी के रूप में खाया जाता है, जिनमें गुलहड़ फूल, नेम फूल प्रमुख हैं। इसके अलावा, कुर्मा भाजी जो इमली का फल होता है, भी भाजी के रूप में खाई जाती है।
छत्तीसगढ़ की ये विविध भाजियाँ न केवल स्वाद में अद्वितीय हैं, बल्कि ये राज्य की समृद्ध जैव विविधता को भी दर्शाती हैं। यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हो, तो इस ब्लॉग को लाइक और सब्सक्राइब करना न भूलें। धन्यवाद!